थाना बलुआ पुलिस टीम द्वारा छलपूर्वक असली नोट की तरह चुरन वाली नोट को चलाने वाले 04 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार।
चंदौली

आदित्य लांग्हे, पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा अपराध व अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु दिये गये आदेश व निर्देशों के अनुपालन के क्रम में अनंत चन्द्रशेखर, अपर पुलिस अधीक्षक सदर व रघुराज, क्षेत्राधिकारी सकलडीहा के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक डॉ0 आशीष कुमार मिश्रा थाना बलुआ के नेतृत्व में दिनांक 21. जुलाई को पुलिस टीम ग्राम रमौली में मौजूद थी कि मुखबिर द्वारा बताया गया कि कुछ लोगों का ग्रुप जो असली नोटों के बीच में नकल नोटों को लगाकर ठगी का कार्य करते है। मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा टेढी पुलिया नहर पहुंची ही थी कि कुछ दूर नहर के आगे दो मोटर साइकिल आती हुयी दिखाई दी जिनको रुकने का इशारा किया गया तो उक्त दोनों बाइक पर सवार व्यक्ति पीछे मुड़ कर भागने लगे जिन्हें पुलिस टीम द्वारा घेरान्दी कर पकड़ लिया गया।
बाइक सं0- UP65BP6629 होंडा सीवी साइन को चला रहे व्यक्ति की पहचान अरबिंद राजभर पुत्र नन्दु राजभर निवासी सराय थाना देवगाँव जिला आजमगढ उम्र 40 वर्ष तथा पीछे बैठे व्यक्ति की पहचान सरताज आलम पुत्र सहरे आलम निवासी कस्बा धानापुर थाना धानापुर जिला चन्दौली उम्र 42 वर्ष के रुप में हुई।
दूसरी बाइक सं0- UP65FC3280 हीरो स्प्लेण्डर प्लस को चला रहे व्यक्ति की पहचान पवन यादव पुत्र मूलचन्द यादव निवासी सिपांवा मुस्तफाबाद थाना सैदपुर जिल गाजीपुर उम्र 25 वर्ष तथा पीछे बैठे व्यक्ति की पहचान अब्दुल बुरूज पुत्र अब्दुल बाकी निवासी J- 14/119 काजी सहदुल्लापुर थाना जैतपुरा जनपद वाराणसी उम्र 30 वर्ष के रुप में हुई।
जिनके कब्जें से 58 गड्डी चूरन वाली नम्बर 200 की नकली नोट, 04 नोट असली 200 रू0 और 02 मोटरसाइकिल को बरामद कर अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0- 172/2025 धारा 318(2) बीएनएस में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग असली नोटों के बीच में चूरन वाली नोटों को लगाकर लोगों के साथ ठगी इस प्रकार करते है कि पहले उन्हें कुछ असली नोट देते है और बताते हैं कि यह नकली नोट है जिसे आप मार्केट में आसानी से चला सकते है जिससे लोगों को हम लोगों पर विश्वास हो जाता है और उसके बाद हम लोग उनके विश्वास का फायदा उठाकर उन लोगों को असली नोट की जगह दुगना नकली चूरन वाली नोट देकर ठगी का कार्य करते हैं और लोग लालचवश हमारे जाल में फंस जाते है। हम लोग नोटों की जो गड्डी लोगों को देते है उसके दोनों किनारों पर असली नोट होती है तथा बीच में पूरा नोट चूरन वाली होती है। हम लोग पूरे बण्डल को सफेद पारदर्शी टेप से बाइडिंग कर देते हैं जिससे मौके पर लोग बण्डल को खोल नहीं पाते है और हम लोगों को वहाँ से भागने का मौका मिल जाता है। अगर यह काम हो जाता तो हम लोगों को 30% कमीशन मिलता।