जीवित्पुत्रिका के पर्व पर पुत्र की दीर्घायु के लिए माताओं ने रखा निर्जला व्रत

पड़ाव/चंदौली

पुत्र की दीर्घायु के लिए माताओं ने रखा निर्जला व्रत

क्षेत्र के गांवो मे ( जिवित्पुत्रिका ) जितिया पूजन बड़े ही धूमधाम से हर्सोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ ।विदित हो कि आश्विन मास कृष्ण पक्ष अष्टमी के दिन प्रदोष काल में यह पूजन किया जाता है ।लगभग 36 घंटे का यह निर्जला व्रत महिलाएं अपने पुत्र की लंबी आयु के लिए रखती हैं 5 अक्टूबर गुरुवार की शाम नहाय खाय के बाद 7अक्टूबर शनिवार के दिन सुबह पूजा पाठ करने के पश्चात महिलाएं भोजन करेंगी । जबकि शुक्रवार के दिन प्रदोष काल में शाम के बेला मंदिर परिसर में महिलाएं इकट्ठा होकर पूजन पाठन करने के पश्चात परंपराओं के अनुसार कम से कम पांच व सात या उससे ज्यादा कहानी सुनी और सुनाई जाती है।