चंदौली/दुल्हीपुर

फ्लोरेंस स्कूल में दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में परस्पर प्रेम, शुभता व सकारात्मकता का प्रतीक दीप सज्जा व रंगोली प्रतियोगिता संपन्न हुई। प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने रंगों के संयोजन से मनमोहक व आकर्षक रंगोली बनायी। साथ ही दीप थाली व मोमबत्ती सजाकर अपनी प्रतिभा व हुनर का शानदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर विद्यालय के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुआ कहा कि रंगोली देवी-देवताओं को प्रसन्न करने और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने का माध्यम मानी जाती है। त्योहारों के दौरान रंगोली बनाना शुभ माना जाता है। इसे सामाजिक एकता व सद्भाव का प्रतीक भी माना जाता है। रंगोली प्राचीन व पारंपरिक भारतीय कला है, जिसे दिवाली के त्योहार और शुभ अवसर पर बनाया जाता है। रंगोली बनाने का वास्तविक उद्देश्य भूमि शुद्धिकरण एवं समृद्धि की भावना का प्रकटीकरण है। उन्होंने कहा इस तरह के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को अपनी कलात्मक क्षमता और रचनात्मकता को व्यक्त करने का अवसर मिलता है, जिससे उनके कलात्मक कौशल में वृद्धि होती है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने समूह में काम किया, जिससे उन्हें टीम वर्क, सहयोग और प्रभावी संचार के महत्व को सीखने-समझने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि रंगोली का सामाजिक और धार्मिक महत्व है और ऐसा माना जाता है कि यह जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लाती है। इस मौके पर उन्होंने सभी को दीपावली पर्व की बहुत सारी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के संयोजन में प्रमुख रूप से शिवांगी शुक्ला, प्रीति पटेल, शबाना, शेफाली और रुखसार ने सहयोग किया।