डोमरी/वाराणसी
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि प्रो. सीमा सिंह, पूर्व कुलपति, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज, महाविद्यालय की निदेशक प्रो. कल्पलता पांडेय, पूर्व कुलपति, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया तथा प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार दुबे ने मां सरस्वती व आचार्य पंडित सीताराम चतुर्वेदी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर तीन दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महाविद्यालय की निदेशक महोदया ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा पौधा देकर उनका सम्मान किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में महाविद्यालय की छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। खेलकूद में भी महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है। ओलंपिक तक भारतीय महिलाओं का डंका बज रहा है।
महाविद्यालय की निदेशक ने मुख्य अतिथि के बारे में बताते हुए कहा कि आपने उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर रहते हुए तमाम कार्य किए हैं। हमारे महाविद्यालय में भी इसका अध्ययन केंद्र है, जिसमें क्षेत्र के तमाम युवक–युवतियां प्रवेश लेकर अपनी शिक्षा को निरंतरता प्रदान कर रहे हैं। तीन दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिता के प्रथम दिन महाविद्यालय की छात्राओं का बैडमिंटन, डिस्कस थ्रो, खो-खो, चेस, शॉट– पुट, दूसरे दिन जैवलिन थ्रो, ऊंची कूद, कबड्डी, कैरम, दौड़ आदि प्रतियोगिता हुआ। वाणिज्य संकाय को तीन दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, विज्ञान संकाय को द्वितीय स्थान तथा कला संकाय को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। क्रीड़ा समापन कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ. रजनी श्रीवास्तव तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनीति गुप्ता ने किया। वरुण अग्रवाल ने वार्षिक खेलकूद का रिपोर्ट सबके सामने प्रस्तुत किया। क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम का संचालन अंजलि विश्वकर्मा ने किया। क्रीड़ा प्रतियोगिता में मुख्य रूप से डॉ. सूर्य प्रकाश वर्मा, चंदन चौधरी, विकास, दीपक कुमार गुप्ता, डॉ. लक्ष्मी, लवकेश तिवारी, प्रतिभा गुप्ता, वैशाली पाण्डेय, डॉ. प्रतिमा राय, ऋचा शुक्ला, श्रद्धा पाण्डेय, चंचल ओझा, शाहिना परवीन आदि शिक्षक–शिक्षिकाएं तथा छात्राएं मौजूद रहे।