Chandauli news :ऑपरेशन आहट के तहत RPF ने 07 बाल मजदूरों को बचाया, 02 तस्कर गिरफ्तार।

चंदौली

आज दिनांक 06 नवम्बर को आरपीएफ डीडीयू पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में बचपन बचाओ आंदोलन की सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती चंदा गुप्ता,चाइल्ड हेल्प डेस्क एवं सीआईबी टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर डीडीयू स्टेशन पर ट्रेन संख्या 15668 अप (गांधी धाम एक्सप्रेस) के प्लेटफार्म संख्या 3 पर समय 08.45 बजे आगमन उपरांत गाड़ी को चेक करने पर जनरल कोच में कुल 04 नाबालिक बच्चों को डरे सहमें हालत में देखा गया। जिनके साथ एक व्यक्ति भी संदेहास्पद अवस्था में देखा गया। जिनसे पूछताछ के उपरांत मामला संदिग्ध पाते हुए सभी चारो नाबालिग बच्चों एवं इनको ले जा रहे व्यक्ति को गाड़ी से नीचे उतारा गया। पूछताछ में नाबालिग बच्चों ने अपना नाम व पता क्रमशः मिनतल कुमार 12 वर्ष, संजीत उम्र 17 वर्ष,अमन 14 वर्ष, करन 16 वर्ष सभी निवासी थाना मनसाही,जिला कटिहार, बिहार बताया।नाबालिग बच्चों द्वारा बताया गया कि इनको ले जाने वाला व्यक्ति शिवम कुमार चौधरी उम्र 28 वर्ष पुत्र विश्वनाथ चौधरी,निवासी मनिहारी,थाना मनिहारी,जिला कटिहार, बिहार का निवासी है जो इनको जामनगर ,गुजरात में साफ सफाई का काम कराने के लिए ले जा रहा है जहां 8 घंटे काम के बदले 8000/- रुपए देने की बात बताई गई है।पूछताछ में आरोपी शिवम कुमार चौधरी ने बताया कि इन चारों नाबालिग बच्चों को अपने खर्च पर टिकट कराकर,खिला पिलाकर एवं इनके मां बाप को प्रति बच्चा 2 से 3 हजार रुपए देकर जामनगर बाल मजदूरी करवाने हेतु ले जा रहा है। चेकिंग के क्रम में ही ट्रेन संख्या 12987 अप (सियालदह – अजमेर) के डीडीयू स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 7 पर समय 09.06 बजे आगमन पर सामान्य कोच को चेक करने पर इसमें 03 नाबालिग बच्चे डरे सहमे हाल में दिखे।एवं इनको लेकर जाने वाला व्यक्ति भी इनके पास बैठा पाया गया।संदेह पुख्ता होने पर इन तीनों बच्चों व इनको ले जाने वाले व्यक्ति को गाड़ी से नीचे उतारा गया जहां पूछताछ में तीनों नाबालिक ने अपना नाम और पता शंकर कुमार 17 वर्ष, रामप्रीत कुमार 15 वर्ष,कीनू कुमार 16 वर्ष निवासी थाना गिद्धौर जिला चतरा झारखंड बताए।पूछताछ में इनके द्वारा बताया गया कि इनको मजदूरी कराने के लिए ले जाने वाला व्यक्ति श्यामलाल भुइयां उम्र 33 वर्ष पुत्र धरम भुइयां निवासी बैन खोरी थाना मयूरहंत जिला चतरा झारखंड द्वारा इनको जयपुर,राजस्थान में ब्रह्मपुरी नामक जगह पर चूड़ी पर नगीना चिपकाने के काम के लिए ले जाया जा रहा है। जहां पर इनको काम के लिए प्रति 8 घंटा के बदले ₹4000 प्रति माह दिया जाना बताया गया है। इनको ले जाने वाला व्यक्ति श्यामलाल भुइयां पता उपरोक्त ने बताया कि इन तीनों बच्चों को मजदूरी हेतु मेरे द्वारा अपने खर्चे पर टिकट एवं खिला-खिला कर ले जाया जा रहा है।साथ ही तीनों बच्चों के घर वालों को प्रति बच्चा ₹5000 दिया हूं।एवं सभी को डीडीयू आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया।उपरोक्त सभी नाबालिग बच्चों एवं इनको ले जाने वाले दोनों व्यक्तियों को डीडीयू पोस्ट पर लाया गया एवं आवश्यक पूछताछ किया गया।नाबालिक बच्चों के परिजनों से भी समन्वय कर आवश्यक जांच पड़ताल किए जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि इनके नाबालिग बच्चों से कहां काम कराया जाएगा उनके द्वारा उस जगह को पहले कभी नहीं देखा गया है।पूछताछ में मामला बाल मजदूरी से संबंधित पाते हुए पकड़े गए उक्त दोनों व्यक्तियों को आरपीएफ कब्जा लिया गया एवं रेस्क्यू किए गए सभी नाबालिग बच्चों को सुरक्षित चाइल्ड हेल्प डेस्क को सुपुर्द किया गया। बाल मजदूरी हेतु ले जाने वाले उक्त दोनों व्यक्तियों को अग्रिम कानूनी कार्यवाही वास्ते कोतवाली मुगलसराय को अग्रसारित किया गया है।जहां अग्रिम विधिक कार्यवाही कोतवाली मुगलसराय द्वारा की जाएगी।इस अभियान में आरपीएफ के उप निरीक्षक अश्वनी कुमार, शरत चंद्र सिंह यादव,आरक्षी बृजेश सिंह, पवनेश कुमार सिंह,अशोक यादव,सीआईबी के सहायक उप निरीक्षक सतीश सिंह, सुभेष राय,बचपन बचाओ आंदोलन की चंदा गुप्ता, चाइल्ड हेल्प डेस्क के राधेश्याम आदि शामिल रहे।