वाराणसी

वाराणसी, 01 अगस्त — मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार भारी वर्षा के कारण गंगा नदी का जलस्तर वाराणसी में चेतावनी बिंदु को स्पर्श कर चुका है, और इसके शीघ्र ही खतरे के निशान को पार करने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में जनजीवन की सुरक्षा एवं संभावित आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए 11वीं एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा एवं वाराणसी मंडल के आयुक्त श्री एस. राजलिंगम (आईएएस) द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों — गंगा घाटों तथा वरुणा नदी के कोनिया, सलारपुर, हुकुलगंज एवं चौकाघाट — का संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ से निपटने की तैयारियों, त्वरित बचाव कार्यों एवं राहत वितरण व्यवस्था की गहन समीक्षा की। साथ ही संभावित बाढ़ के प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए समन्वित रणनीति तैयार करने पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में प्रभावी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमें हर स्तर पर स्थानीय प्रशासन के साथ सतत समन्वय बनाए हुए हैं और किसी भी स्थिति में त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पूर्णतः तैयार हैं।