वाराणसी

ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने मानवाधिकार दिवस पर महासभा के केंद्रीय कार्यालय पर आयोजित संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मानवाधिकार प्रत्येक नागरिकों के स्वतंत्रता, समानता, और न्याय के अधिकार की रक्षा करता है। मानवाधिकार दिवस समानता, न्याय, और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे लोगों का सम्मान तथा देश के नागरिकों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है।मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 10 दिसंबर 1948 को पेरिस में आयोजित महासभा में की गई। जो पूरी दुनियां के सभी देशों के लिए एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गई। मानवाधिकार यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति को जन्म से लेकर मृत्यु तक कुछ मूलभूत अधिकार प्राप्त हैं, जिन्हें किसी भी परिस्थिति में छीना नहीं जा सकता। जिसमें जीवन, स्वतंत्रता, और सुरक्षा का अधिकार, शिक्षा, समानता तथा रोजगार का अधिकार, धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता शामिल हैं।उन्होंने बताया कि मानवाधिकार दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों में मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है। इसके लिए हमें एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। यह दिन यह भी सुनिश्चित करता है कि सरकार और संस्थाएँ मानवाधिकारों को संरक्षण देने के लिए क़ानूनी और नीतिगत कदम उठाएं।




