Chandauli news:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा होली मिलन समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन।

पड़ाव/चंदौली

मढ़िया मंडल के मढ़िया गांव में स्थित प्रधान वाटिका में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा होलि मिलन समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रूप में जिला चंदौली के सह संघचालक श्रीमान रामकिशोर पोद्दार जी रहे, वही विशिष्ट अतिथि के रूप में धरोहर एक सामाजिक संस्था के संरक्षक राकेश श्रीवास्तव और अध्यक्ष विपिन सिन्हा, विकास चौधरी हरेंद्र सिंह डॉक्टर ओ पी सिंह संतोष उपाध्याय रहे। कार्यक्रम सत्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि वशिष्ठ अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से राधा कृष्ण जी के समक्ष दीप जलाकर व पुष्पार्चन करके किया गया।
सांस्कृतिक संध्या का प्रारंभ में ही खिचड़ू भईया ने “प्रभु राम जानते है” के गीत की मनमोहक प्रस्तुति कर लोगों का मन मोहा। भक्ति होली गानों, भजन एवं गीतों की प्रस्तुति से वातावरण होलीमय कर दिया गया। वही बहन पलक पटेल ने आज गली गली पलक बिछाएंगे, और प्रगति दुबे ने घर मोर परदेशिया गाने पर नृत्य किया। मंच को संचालित करते हुए खंड कार्यवाह विष्णु पटेल ने लोगो को बांधे रखा। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि श्रीमान रामकिशोर पोद्दार ने अपने उद्बोधन में कहा कि होली समरसता का पर्व है। और संघ का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से हिंदू समाज में सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन पर विशेष रूप से कार्य करना है। आज समाज निर्माण की प्रथम इकाई कुटुंब होती है और यह देखकर बड़ा हर्ष हो रहा है कि सभी कार्यकर्ता अपने परिवार के साथ यहां पर उपस्थित हुए हैं। उन्होने आगे कहा कि घर में प्रत्येक सदस्यों की एक दूसरे की चिंता होनी चाहिए आज के वातावरण में घर में बड़े बुढो का सम्मान कम हो रहा है। आप वट वृक्ष जैसे है, अपने घर के छायादार पेड़ों को कुछ नहीं कम से कम एक काम दें कि आप तब तक नहीं सोएंगे जब तक के घर का प्रत्येक सदस्य घर के अंदर नहीं आ जाता यदि कोई नहीं आता है तो उसकी चिंता करके उसको फोन करना उनसे बात करना कि आप अभी तक कहां है। घर में हमारे बच्चे बड़े हो जाते हैं मुख्य तौर पर बालक वर्ग घर में है कि नहीं कहां गया है कब तक आएगा हमें नहीं पता होता, यह बड़ा चिंता का विषय है। साथ ही साथ हमें अपने पड़ोसियों पर भी विशेष ध्यान देना होगा उनके सुख दुख में सम्मिलित होकर। हम अपने परिवारों तक ही सीमित रह गए हैं, समाज से हमारा कोई लेना-देना नहीं रहा। जबकि हमारी भारतीय संस्कृति में हमारी चिंता सिर्फ परिवार को लेकर नहीं बल्कि अपने पड़ोसियों और समाज को लेकर रही है। सभी को आगामी होली उत्सव के लिए शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संतोष, प्रशांत श्रीवास्तव, ओमप्रकाश, विष्णु पटेल, बृजेश शर्मा, प्रफुल्ल श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, रामभरोस पटेल इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।